दिल में संजोए रखा था जिनको बड़ी अहमियत के साथ,
छोड़ा उसीने साथ मेरा बड़ी मासूमियत के साथ।
खुद को कहीं मशगूल कर लूँ,
या याद-ए-कारवां हो जाऊँ।
तूफान-ए-दरिया पार करू,
या डूब के फना हो जाऊँ!
वक्त बदल जाता है हालात बदल जाते हैं।
एक सितमगर से मोहब्बत में जज्बात बदल जाते हैं।
खुद को ही सजा देते हैं हम मोहब्बत के मारे,
बस दर्द बदल जाता है तरीकात बदल जाते हैं।